सदियों पुरानी यह तकनीक सफलतापूर्वक कई परेशानियों का इलाज कर सकती है। तो आइए जानते हैं कि क्या Hypnosis आपके किसी समस्या का समाधान बन सकती है?
Hypnosis एक सरल और सुरक्षित तकनीक है :
आज हमें Hypnosis के बारे में जितनी भी जानकारी है उसका सारा श्रेय 18 वीं सदी के ऑस्ट्रेलिया के भौतिक विज्ञानी Franz Anton Mesmer को जाता है। वो Mesmer ही थे जिन्होंने Hypnosis को सबसे पहले आम जनता तक पहुँचाया था। उसके बाद ही Hypnosis पर रिसर्च शुरू हुई थी।
Scotland के Eye Surgeon ‘James Braid ने Mesmer के सिद्धांतों पर प्रयोग करना शुरू किया। डॉक्टर James Braid ने ही ग्रीक शब्द ‘Hypnos’ से प्रेरित होकर इसका नाम ‘Hypnosis’ रखा था। ग्रीक भाषा में Hypnos का मतलब नींद होता है।
Hypnosis की प्रक्रिया के दौरान विशेष प्रकार के निर्देशों और सुझावों का उपयोग किया जाता है जिससे व्यक्ति की जागरूकता उसके उच्चतम स्तर पर पहुंच जाती है, इसे Trance-like-state भी कहा जाता है।
जब कोई व्यक्ति Hypnosis की अवस्था में होता है तो उस समय उसका दिमाग बिना किसी परेशानी के आसानी से सुझाव तथा निर्देशों को ग्रहण कर लेता है, इसकी वजह से धूम्रपान, अनिद्रा, तनाव, मोटापा और विभिन्न प्रकार की समस्याओं में लाभ होता है।
तो चलिए रिसर्च पर आधारित Hypnosis के ऐसे ही 9 स्वास्थ्य लाभों के विषय में जानते हैं :
1) Smoking या धूम्रपान:
यदि आप धूम्रपान बंद करने का सबसे अच्छा तरीका खोजने जाएंगे, तो आपको Over-the-counter तथा nicotine replacement दवाइयों की एक लंबी लिस्ट मिल जाएगी। अकेले भारत में हर साल लगभग 8 – 10 लाख लोग धूम्रपान की वजह से मारे जाते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक धूम्रपान करने वाले 10 में 7 लोग धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं। इसके लिए लोग तरह-तरह की दवाइयों, हर्बल रेमेडीज, एक्यूपंक्चर और कई तरह के अन्य तरीकों का उपयोग करते हैं। इनमें से कई तरीके बेहद कारगर भी है लेकिन धूम्रपान से पीछा छुड़ाने के लिए Hypnosis सबसे सुरक्षित और आसान उपाय है। क्योंकि कोई भी और तकनीक आपके धूम्रपान की इच्छा को बस कुछ देर के लिए रोक सकती है लेकिन आपकी आदत को नहीं बदल सकती। वही Hypnosis आपके धूम्रपान की आदत में बदलाव लाती है जिससे आपकी यह परेशानी जड़ से खत्म हो सकती है।
2) अनिद्रा:
पर्याप्त नींद ना लेने से निर्णय लेने की क्षमता तथा याददाश्त कमजोर हो सकती है। जिसकी वजह से ह्रदय रोग, मोटापा और डिप्रेशन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। यूं तो अनिद्रा की समस्या के लिए कई तरह की दवाइयां उपलब्ध है लेकिन इन दवाइयों के काफी भयंकर side-effects भी होते हैं और यह अनिद्रा की समस्या का कोई स्थाई इलाज नहीं है। वही Hypnosis नींद ना आने की समस्या में काफी कारगर साबित हो सकती है। ढेरों रिसर्च से यह बात साबित हो चुकी है कि Hypnosis नींद ना आने की समस्या को लगभग पूरी तरह से ठीक कर सकती है। नींद मुख्य रूप से subconscious mind द्वारा नियंत्रित होती है इसलिए Hypnosis नींद की समस्या में बहुत ही अच्छी तरह से काम करती है।
3) पुराना दर्द :
वास्तव में दर्द हमारे लिए अच्छा है इससे हमें पता चलता है कि हमारे शरीर में किसी प्रकार की समस्या है जिसे हमें ठीक करना है। लेकिन दर्द यदि लंबे समय तक रहे तो यह धीरे-धीरे असहनीय हो जाता है। जिसकी वजह से हमें Pain Killers या दर्द निवारक दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है जो हमारे किडनी तथा लीवर को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। किसी भी प्रकार के दर्द को कम करने के लिए हम Hypnosis की मदद ले सकते हैं । हालांकि Hypnosis कोई ऐसी चीज नहीं है जो जादू की तरह आपके किसी भी दर्द को दूर कर दे। इसके लिए आपको कई सारे Hypnotherapy sessions की आवश्यकता पड़ सकती है या फिर आपको self-hypnosis audios को कई दिनों या हफ्तों तक बार-बार सुनना पड़ सकता है। Self-hypnosis audios आप के दर्द की समस्या को दूर करने का सबसे सुरक्षित और किफायती तरीका है जिसे आप जब चाहे और जितनी बार चाहे सुन सकते हैं और अपने किसी भी प्रकार के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
4) Anxiety या चिंता :
Anxiety या चिंता के दौरान एक व्यक्ति की स्थिति कैसी होती है यह वही समझ सकता है जो Anxiety या चिंता के दौर से गुजर रहा हो। American Psychiatric Association के मुताबिक हर साल तकरीबन 5 करोड़ लोग anxiety का शिकार होते हैं। जहां कई लोग anxiety से छुटकारा पाने के लिए कई तरह की दवाइयों या therapies का उपयोग करते हैं वहीं कुछ लोग इससे छुटकारा पाने के Hypnosis का सहारा लेते हैं। Hypnosis साधारण anxiety के बजाय उन लोगों में ज्यादा प्रभावी होता है जो किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के कारण anxiety का शिकार हो जाते हैं जैसे कि ह्रदय रोग। Hypnosis किसी प्रकार के डर या phobia को दूर करने में भी काफी लाभदायक हो सकता है। Hypnosis आपके शरीर की प्राकृतिक relaxing तत्वों को सक्रिय कर देता है, जिसकी वजह से आपका मन शांत होने लगता है, आपका बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर कम होने लगता है और आपकी चिंता धीरे-धीरे कम होने लगती है।
5) मोटापा :
हम सभी जानते हैं कि वजन कम करने के लिए स्वस्थ भोजन करना और व्यायाम करना बेहद जरूरी है। लेकिन कुछ मामलों में सफलतापूर्वक वजन कम करने के लिए भावनात्मक और अवचेतन कारकों से छुटकारा पाने की आवश्यकता होती है जो वजन कम करने में रुकावट डालते हैं। Hypnosis द्वारा आसानी से इन भावनात्मक और अवचेतन कारकों से छुटकारा पाया जा सकता है। आमतौर पर इसमें कई सारे Hypnosis sessions की जरूरत पड़ती है जिसमें धीरे-धीरे आपके मन से वजन कम होने में रुकावट उत्पन्न करने वाले भावनाओं और विश्वासों को दूर किया जाता है और उसके बाद आपके खाने की आदतों में सुधार किया जाता है।
6) Irritable Bowel Syndrome (IBS) :
International Foundation for Functional Gastrointestinal Disorders के अनुसार हर साल लगभग 25 से 30 करोड़ लोग IBS से प्रभावित होते हैं। हालांकि अभी तक IBS के सटीक कारण के विषय में जानकारी नहीं है लेकिन इसके इलाज के लिए Probiotics और ऐसी ही कई दवाइयों का उपयोग किया जाता है। रिसर्च में यह पाया गया है कि Hypnosis, IBS के इलाज में काफी मददगार साबित हो सकता है। Hypnosis के दौरान विशेष रूप से relaxing तकनीक का उपयोग किया जाता है जो मरीज की स्थिति में सुधार लाने में मदद करती है। IBS की समस्या में Hypnosis द्वारा हुए इलाज के अध्ययनों के परिणाम से यह पता चलता है कि पहले सेशन के बाद ही रोगियों ने पेट दर्द, कब्ज, दस्त और आंतों की सूजन में काफी सुधार अनुभव किया।
7) टिनिटस (Tinnitus)
कानों में झनझनाहट या ऐसी ही दूसरी आवाजे जो केवल आपको सुनाई देती है यह टिनिटस के लक्षण हो सकते हैं। हालांकि टिनिटस एक अस्थाई और सामान्य स्थिति है लेकिन इसका कोई स्थाई इलाज नहीं है। इसके इलाज के रूप में Hearing Aids या साउंड थेरेपी का उपयोग किया जाता है । Hypnosis को भी टिनिटस के इलाज के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। ऐसे कई अध्ययन हुए हैं जिनसे पता चलता है कि टिनिटस के इलाज में Hypnosis काफी लाभदायक होता है।
8) कीमो थेरेपी के Side-effects :
कैंसर के प्रचलित इलाज के साथ-साथ Hypnosis का उपयोग बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। यह विशेष रुप से कैंसर के रोगियों के तनाव तथा चिंता को कम करता है और साथ ही साथ कीमोथेरेपी की वजह से होने वाले side-effects को भी कम करता है। जैसे कि कीमोथेरेपी के बाद कैंसर रोगियों में उल्टी होना या जी मचलाने की समस्या होती है। Hypnosis की मदद से इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है और साथ ही साथ कीमोथेरेपी की वजह से होने वाले दर्दो जैसे सर दर्द, पेट दर्द या जोड़ों के दर्द को भी कम किया जा सकता है।
9) सर्जरी के बाद की रिकवरी:
किसी भी सर्जरी के बाद होने वाले दर्द के नियंत्रण में Hypnosis बहुत उपयोगी है और साथ ही साथ यह सर्जरी के बाद लगने वाले रिकवरी टाइम को भी कम कर सकता है। Hypnosis की मदद से दर्द का सिग्नल भेज रहे तंत्रिकाओं को शांत किया जाता है और साथ ही साथ आपके शरीर के प्राकृतिक दर्द निवारक हारमोंस को सक्रिय किया जाता है जिसकी वजह से रोगी को दर्द में काफी हद तक आराम मिलता है। विशेष रुप से तैयार किए गए Hypnosis के सुझावों तथा निर्देशों को आपके subconscious mind तक पहुंचाया जाता है जिसकी वजह से सर्जरी के बाद आपका शरीर सामान्य की तुलना में ज्यादा तेजी से ठीक होने लगता है।